Ganga sand: गंगा के किनारे ड्रेजिंग का बालू लगाने पर कार्यदायी संस्था को नोटिस
Ganga sand: जिलाधिकारी ने खनन विभाग को निर्देश दिया कि दोनों तरफ की खोदी गई मिट्टी की नीलामी के लिए जो टेंडर जारी किया गया है.
रिपोर्ट : डॉ राम शंकर सिंह
वाराणसी, 4 जून: Ganga sand: गंगा पार ड्रेजिंग के दौरान निकली बालू और मिट्टी को धारा की ओर इकट्ठा करने पर जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने गुरुवार को कार्यदायी एजेंसी को नोटिस जारी किया है। कहा कि एक सप्ताह में मिट्टी व बालू को दूसरी तरफ शिफ्ट कराएं। बाद में अफसरों ने गंभीरता दिखाई।
डीएम ने कैम्प कार्यालय पर गंगा (Ganga sand) में चल रही ड्रेजिंग की समीक्षा में कहा कि यह परियोजना गंगा में जल की मात्रा अधिक हो जाने पर एक अन्य धारा से जल निकासी और घाटों का नीचे से क्षरण रोकने के लिए बनाई गई है। इसमें यह जानकारी मिली है कि कांट्रेक्टर ने मुख्य धारा की तरफ भी मिट्टी खोद कर डाल दी है।
जबकि यह कॉन्ट्रैक्ट की शर्तों का उल्लंघन है और प्रथम दृष्टया प्रतीत है कि कार्य के दौरान कार्यदायी एजेंसी यूपीपीसीएल के अभियंता अभी मौके पर नहीं गए और ना ही उनके द्वारा कार्यों के बारे में जानकारी नहीं ली गयी। खोदी गई मिट्टी (Ganga sand) के बंधे जैसे रूप से कई लोगों में भ्रम की स्थिति बनी हुई है।
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जिलाधिकारी ने खनन विभाग को निर्देश दिया कि दोनों तरफ की खोदी गई मिट्टी की नीलामी के लिए जो टेंडर जारी किया गया है, उसको जल्दी फाइनल कराएं। जिस फर्म को कार्य आवंटित किया जाए, उसे 10 दिन के अंदर बालू हटाने (Ganga sand) का भी निर्देश दिया जाए ताकि बारिश से पहले काम पूरा हो जाये।