Kabir Jayanti:सांच ही कहत और सांच ही गहत है !
कबीर जयन्ती (Kabir Jayanti) Kabir Jayanti: आज जब सत्य और अस्तित्व के प्रश्न नित्य नए-नए विमर्शों में उलझते जा रहे हैं और जीवन की परिस्थितियाँ विषम होती जा रही हैं … Read More
कबीर जयन्ती (Kabir Jayanti) Kabir Jayanti: आज जब सत्य और अस्तित्व के प्रश्न नित्य नए-नए विमर्शों में उलझते जा रहे हैं और जीवन की परिस्थितियाँ विषम होती जा रही हैं … Read More
इस संयोग से मुक्ति पाना आवश्यक है. प्रकृति में गुणों की प्रधानता से गुणों के बीच द्वंद्व होता है. यह अविद्या से उपजता है और मनुष्य को दुःख की अनुभूति … Read More
Covid epidemic: रूसी टीका स्पुतनिक वी भी शीघ्र ही भारत में बनने लगेगा. ही विदेश की माडर्ना , फाइजर जैसी कम्पिनियों से भी बात चल रही है. भारत की जनसंख्या … Read More
Buddha purnima: गहन विश्लेषण से भगवान बुद्ध को मनुष्य में नाम (मानसिक) और रूप (भौतिक) ये दो तत्व दिखे . उन्होंने इनकी विशेषताओं की भी पहचान की और अंतत : … Read More
fight for life: आज कोविड-संक्रमण के नित्य नए-नए रूप भी आ रहे हैं संक्रमण के माध्यम के बारे में जो जानकारी मिल रही है उससे पता चलता है कि अब … Read More
विश्वात्मा की झलक पाने के लिए कवि (Rabindranath Tagore) अपने को तैयार करते रहे. समस्त जीवन पूरी समग्रता के साथ उनके अनुभव का हिस्सा था. कवि ने साहित्य की सभी … Read More
Corona’s challenge: हमारा व्यवस्था-तंत्र कुशल कर्म के साथ दक्षता और उत्कृष्टता की जगह भेद-भाव, भाई भतीजावाद, चापलूसी, घूस, राजनैतिक हस्तक्षेप आदि के भ्रष्ट तरीकों से ग्रस्त होता जा रहा है. … Read More
भगवान महावीर (Mahavir) ने धर्म की एक व्यापक दृष्टि दी जो आज के हिंसा , संघर्ष , कलह , अविश्वास , असत्य के दौर में बेहद प्रासंगिक हो रही है. … Read More
~~राम नवमी के अवसर पर विशेष~~ Ram Rajya: आज सामाजिक जीवन की बढ़ती जटिलता और चुनौती को देखते हुए श्रीराम बड़े याद आ रहे हैं जो प्रजा वत्सल तो थे … Read More
मैंने एक परियोजना को भी आरंभ किया जिसके द्वारा ऐसे ई-कोश को विकसित किया जाए जहां शब्द, उसके अर्थ, साहित्य में प्रयोग और उच्चारण का उल्लेख हो: गिरीश्वर मिश्र (Girishwar … Read More