comb 3.8

गुजरात के धोराजी से बांग्लादेश के दर्शना स्टेशन तक प्याज़ के परिवहन के लिए मालगाड़ी में लदान शुरू

comb 3.8
भावनगर डिवीजन में पश्चिम रेलवे के धोराजी स्टेशन पर मालगाड़ी में प्याज़ की बोरियों के लदान के विभिन्न दृश्य।

पश्चिम रेलवे के भावनगर मंडल की नवगठित बिज़नेस डेवलपमेंट यूनिट को मिली अनूठी कामयाबी गुजरात के धोराजी से बांग्लादेश के दर्शना स्टेशन तक प्याज़ के परिवहन के लिए मालगाड़ी में लदान शुरू

अहमदाबाद,04 अगस्त 2020:माल ढुलाई को बढ़ावा देने के लिए, पश्चिम रेलवे द्वारा ज़ोनल स्तर के साथ-साथ अपने सभी छह मंडलों में बहु-विषयक व्यावसायिक विकास इकाइयों (बिज़नेस डेवलपमेंट यूनिटों ) की स्थापना पिछले दिनों की गई थी। इन इकाइयों का लक्ष्य नये विचारों और पहलों को शामिल करके माल ढुलाई में अधिकाधिक व्यवसाय की सम्भावनाओं की तलाश करना है। इन बहु-स्तरीय व्यावसायिक विकास इकाइयों का प्रमुख उद्देश्य रेलवे द्वारा 2024 तक सड़क द्वारा ले जाई जाने वाली गैर-थोक पारम्परिक वस्तुओं के अतिरिक्त यातायात को आकर्षित करके माल ढुलाई को दोगुना करना है। इसी क्रम में पश्चिम रेलवे के भावनगर डिवीजन की नवगठित बिज़नेस  डेवलपमेंट यूनिट द्वारा पहली अनूठी कामयाबी हासिल की गई, जब  धोराजी, उपलेटा और गोंडल क्षेत्र में स्थित एपीएमसी और प्याज व्यापारियों के साथ इस बीडीयू द्वारा लगातार विपणन प्रयासों और बातचीत के फलस्वरूप 3 अगस्त, 2020 को गुजरात के धोराजी से बांग्लादेश (दर्शना) तक परिवहन के लिए पहली बार प्याज़ की लोडिंग शुरू की गई। 

    पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी श्री सुमित ठाकुर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार धोराजी से दर्शना की दूरी 2437 किलोमीटर है। धोराजी स्टेशन को परिचालन, वाणिज्यिक और इंजीनियरिंग पर्यवेक्षकों की टीम द्वारा दिए गए सुझावों के अनुसार काफी कम समय में लोडिंग के उपयुक्त बनाया गया और  धोराजी स्टेशन कम से कम समय में लोडिंग के लिए खोल दिया गया।  अग्रिम दर अधिसूचना 1/8/2020 को जारी की गई,  2/8/2020 को दर्शना (बांग्लादेश) के लिए पंजीकृत किया गया और 3/8/2020 को रेक की आपूर्ति कर  लोडिंग शुरू कर दी गई। उल्लेखनीय है कि भावनगर डिवीजन के लिए यह एक नया ट्रैफिक है, जिससे लगभग 46 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त होगा। इस महीने में लगभग 3-4 रेक लोड होने की सम्भावना है।

     पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी श्री सुमित ठाकुर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, 22 मार्च, 2020 से लागू पूर्ण लॉकडाउन और वर्तमान आंशिक लॉकडाउन के दौरान कठिनतम परिस्थितियों और विकट चुनौतियों के बावजूद, पश्चिम रेलवे ने 2 अगस्त, 2020 तक मालगाड़ियों के 10,963 रेक लोड करके काफी सराहनीय कार्य किया है। विभिन्न स्टेशनों पर श्रमशक्ति की कमी  के बावजूद पश्चिम रेलवे  द्वारा अपनी मालवाहक ट्रेनों के ज़रिये देश भर में अत्यावश्यक सामग्री का परिवहन बखूबी सुनिश्चित किया जा रहा है। इनमें पीओएल के 1172, उर्वरकों के 1886, नमक के 593, खाद्यान्नों के 110, सीमेंट के 860, कोयले के 429, कंटेनरों के  5138 और सामान्य माल के 51 रेकों सहित कुल 22.45 मिलियन टन भार वाली विभिन्न मालगाड़ियों को उत्तर पूर्वी क्षेत्रों सहित देश के विभिन्न राज्यों में भेजा गया। इनके अलावा मिलेनियम पार्सल वैन और मिल्क टैंक वैगनों के विभिन्न रेक दवाइयों, चिकित्सा किट, जमे हुए भोजन, दूध पाउडर और तरल दूध जैसी विभिन्न आवश्यक वस्तुओं की मांग के अनुसार आपूर्ति करने के लिए उत्तरी और उत्तर पूर्वी क्षेत्रों में भेजे गये। कुल 21,520 मालगाड़ियों को अन्य ज़ोनल रेलों के साथ इंटरचेंज किया गया, जिनमें 10,741 ट्रेनें सौंपी गईं और 10,779 ट्रेनों को पश्चिम रेलवे के विभिन्न इंटरचेंज पॉइंटों पर ले जाया गया। इस अवधि के दौरान जम्बो के 1430 रेक, BOXN के 702 रेक और BTPN के 606 रेकों सहित विभिन्न महत्वपूर्ण आवक रेकों की अनलोडिंग पश्चिम रेलवे के विभिन्न स्टेशनों पर मजदूरों की कमी के बावजूद सुनिश्चित की गई।

      श्री ठाकुर ने बताया कि 23 मार्च, 2020 से 2 अगस्त, 2020 तक लगभग 89,700 हजार टन वजन वाली अत्यावश्यक सामग्री  का परिवहन पश्चिम रेलवे द्वारा अपनी 439 पार्सल विशेष गाड़ियों के माध्यम से किया गया है, जिनमें कृषि उत्पाद, दवाइयां, मछली, दूध आदि मुख्य रूप से शामिल हैं। इस परिवहन के माध्यम से होने वाली कमाई 28.52 करोड़ रुपये से अधिक रही है। इस अवधि के दौरान 67 मिल्क स्पेशल गाड़ियों को पश्चिम रेलवे द्वारा चलाया गया, जिनमें 50 हजार टन से अधिक का भार था और वैगनों के 100 % उपयोग से लगभग 8.74 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ। इसी प्रकार,  31,000 टन से अधिक भार वाली 355 कोविड -19 विशेष पार्सल ट्रेनें भी विभिन्न आवश्यक वस्तुओं के परिवहन के लिए चलाई गईं, जिनके द्वारा अर्जित राजस्व 15.94 करोड़ रुपये से अधिक रहा। इनके अलावा, 7444 टन भार वाले 17 इंडेंटेड रेक भी लगभग 100% उपयोग के साथ चलाए गए, जिनसे 3.84 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व प्राप्त हुआ।  पश्चिम रेलवे ने देश के विभिन्न हिस्सों में   समयबद्ध पार्सल विशेष रेलगाड़ियों को चलाने का सिलसिला लगातार जारी रखा है। इनमें से तीन पार्सल स्पेशल ट्रेनें  पश्चिम रेलवे से 3 अगस्त, 2020 को रवाना हुईं, जिनमें बांद्रा टर्मिनस से जम्मू तवी के लिए चली ट्रेन के अलावा पोरबंदर से शालीमार के लिए चली ट्रेन और पालनपुर से हिंद टर्मिनल के लिए चली एक मिल्क स्पेशल ट्रेन शामिल हैं।

लॉकडाउन के कारण नुक़सान और रिफंड अदायगी

 कोरोना वायरस के कारण पश्चिम रेलवे पर कमाई का कुल नुकसान लगभग 1986 करोड़ रुपये रहा है, जिसमें उपनगरीय खंड के लिए 296 करोड़ रुपये और गैर-उपनगरीय के लिए 1690 करोड़ रुपये का नुक़सान शामिल है। इसके बावजूद, 1 मार्च, 2020 से 2 अगस्त, 2020 तक टिकटों के निरस्तीकरण के परिणामस्वरूप पश्चिम रेलवे ने 408.84 करोड़ रुपये के रिफंड की अदायगी सुनिश्चित की है। उल्लेखनीय है कि इस धनवापसी राशि में, अकेले मुंबई मंडल ने 196.24 करोड़ रुपये से अधिक का रिफंड सुनिश्चित किया है। अब तक, 62.90 लाख यात्रियों ने पूरी पश्चिम रेलवे पर अपने टिकट रद्द कर दिए हैं और तदनुसार अपनी रिफंड राशि प्राप्त की है।

प्रदीप शर्मा,  जनसंपर्क अधिकारी, पश्चिम रेलवे,अहमदाबाद