Ahmed patel Press

आज का दिन हिंदुस्तान के इतिहास में काली स्याही से लिखा जाएगा:अहमद पटेल

दिल्ली, 21 सितम्बर: श्री अहमद पटेल ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि आज का दिन हिंदुस्तान के इतिहास में काली स्याही से लिखा जाएगा। मैं ये बात इसलिए कह रहा हूं क्योंकि आज जो बिल पास किया गया है और जो कानून लाने जा रहे हैं, वो ना सिर्फ किसान के विरोध में है बल्कि जो फेडरल स्ट्रक्चर है, जो राज्य हैं, कृषि राज्यों का विषय है और trading within the state also, एक कंकरंट (Concurrent) लिस्ट में है, जो राज्य़ का विषय है। तो ये राज्य के खिलाफ है और राज्यों के खिलाफ भी है। ऐसे ही जीएसटी की वजह से राज्य परेशान हैं और उनके जो रेवेन्यू हैं, वो कम करने की कोशिश की गई है।

कॉस्टिट्यूशन का, संविधान का जो स्पिरिट है, उस पर इन्होंने प्रहार किया है, क्योंकि जो स्टेट सब्जेक्ट था ट्रेडिंग के नाम पर, सेंट्रल गवर्मेंट ने एक कानून पास करने की कोशिश की है। मैं समझता हूं कि एक तरह से पहले ये एक्वीजिशन एक्ट (Acquisition Act) लाए थे, काफी हंगामा हुआ, किसान भी काफी नाराज थे, वो वापस लेना पड़ा और जो कॉर्पोरेट सेक्टर को जमीन देना चाहते थे, वो जब नहीं कर पाए, तो कई स्टेट में फिर से कानून ले आए और अभी जो किसान की कृषि है, जो खेती है, वो कॉर्पोरेट सेक्टर को देना चाहते हैं और कॉर्पोरेट सेक्टर का रोल इतना रहेगा, इनकी मोनोपॉली इतनी होगी, क्योंकि आखिर तो एपीएमसी जो है, उसको जब खत्म करने की कोशिश हो रही है, एमएसपी को भी धक्का पहुंचेगा, जो मिनिमम सपोर्ट प्राईस की जगह प्रधानमंत्री कह रहे हैं, मैक्सिमम सेलिंग प्राईस देंगे, जो बिल्कुल गलत है, तथ्य विहीन है।

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तो एक तो मुद्दा था, बाकी जो हमारे साथी चर्चा करेंगे, लेकिन जो दूसरी बात मैं कह रहा हूं, कांग्रेस के खिलाफ जो आरोप लगा रहे हैं कि इनके मैनिफेस्टो में भी एपीएमसी को खत्म करने की बात की गई है, वो बिल्कुल डिस्टोर्ट करने की कोशिश की है, काफी मेहनत करके हमारे मैनिफेस्टो को पढ़ने की ज़रुरत है, लेकिन आधा अधूरा उन्होंने पढ़ा हुआ है और जो मैनिफेस्टो में हमने बात की है, एपीएमसी की बात की है, तो उसके साथ-साथ हमने किसानों के लिए सेफ गार्ड भी रखे हुए हैं, कम से कम 22 प्वाइंट है। 20 मुद्दों की बात नहीं करते हैं, सिर्फ दो मुद्दों की बात करते हैं। तो मैंने आज उसी पर संसद में कहा कि हमने जो सेफ गार्ड रखे हैं, क्या आप वो सेफ गार्ड किसानों को देने के लिए तैयार हैं, कोई जवाब नहीं आया और चाहे कुछ भी कह दे ये सरकार, प्रधानमंत्री चाहे कुछ भी प्रचार कर ले, आज का दिन बड़ा महत्वपूर्ण है किसानों के लिए, आज का दिन काली स्याही से लिखा जाएगा और ये जो भी बिल पास हुआ है और जो कानून आएगा, वो किसानों के हित के विरोध में है। इसी बहाने ये जो खेती है, कृषि है, कॉर्पोरेट सेक्टर को सौंपना चाहते हैं, एमएसपी नहीं मिलेगा, लोग परेशान होंगे, किसान परेशान होंगे, एसडीएम को जो अधिकार दिए हैं, पता नहीं कहाँ जाना पड़ेगा किसानों को, तो किसानों की जो भी तकलीफ हैं, मुश्किलात हैं, वो बढ़ेंगी। मैं ज्यादा कुछ नहीं कहूंगा, मेरा साथी बाकी मुद्दों पर बात करेंगे।

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मैं इतना ही कहूंगा कि आज का दिन काली स्याही से लिखा जाएगा, ये किसान विरोधी दिन है, किसानों के खिलाफ है और राज्यों के खिलाफ भी ये कानून है।

जिस तरह 12 पार्टियों ने नो कॉन्फिडेंस मोशन के नोटिस आज दी हुई है, क्योंकि जिस तरह से बिल को पास किया गया, मेरे ख्याल से डेमोक्रेसी की धज्जियां उड़ाई गई हैं और लोकतंत्र की हत्या की गई है। हमने कहा था कि आज हाउस एडजर्न करिए, कल बाकी मिनिस्टर रिप्लाई करेंगे और उस पर डिवीजन भी होगा, वो बात तो नहीं मानी, समझ सकते हैं हम, लेकिन उसके साथ-साथ जो हमने डिवीजन की मांग की थी, वो भी डिवीजन की मांग नहीं मानी, वोटिंग अलाउ नहीं किया, तो उनका जो आज रवैया था, वो रवैये के खिलाफ हमने नो कॉन्फिडेंस मोशन दिया है।

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