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Twitter v/s Koo: रेलमंत्री पीयूष गोयल ने प्रमोट किया मेड इन इंडिया ऐप कू, जानिए क्या है खास

Twitter v/s Koo

रेलमंत्री पीयूष गोयल ने (Twitter v/s Koo) ट्वीटर पर ट्वीट कर स्वदेशी विकल्प कू में शामिल होने के बारे में ट्वीट किया है।

नई दिल्ली, 11 फरवरी: रेलमंत्री पीयूष गोयल ने (Twitter v/s Koo) ट्वीटर पर ट्वीट कर स्वदेशी विकल्प कू में शामिल होने के बारे में ट्वीट किया है। भारत में चल रहे किसान आंदोलन के दौरान कन्टैंट सेंसरशिप को लेकर सरकार और ट्वीटर के बीच चल रहे संघर्ष के कारण यह कदम उठाया है। गत वर्ष मार्च में लॉन्च हुआ कू भारतीय भाषाओं में ट्वीटर के जैसा माइक्रोब्लोगिंग का अनुभव प्रदान करता है।

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इसके साथ ही इलेक्ट्रॉनिक्स और इन्फोर्मेशन टेक्नोलॉजी मंत्रालय तथा कई अन्य सरकारी विभागों के घरेलू माइक्रोब्लोगिंग साइड कू पर अपना खाता खोला है। घरेलू कंपनी ने यह जानकारी दी है। कितने ही ट्वीट और विभाग को प्रतिबंधित करने के सरकार के निर्देशों का पालन ट्वीट द्वारा नहीं करने के बाद यह कदम उठाया गया है।

कू ने कहा कि उसने इलेक्ट्रॉनिक्स और इन्फोर्मेशन टेक्नोलॉजी मंत्रालय, माय गोव, डिजिटल इंडिया, इंडिया पोस्ट, नेशनल इन्फार्मेटिक्स सेंटर, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इन्फोर्मेशन टेक्नोलॉजी, कॉमन सर्विस सेंटर, उमंग ऐप, डीजी लोकर, नेशनल इंटरनेट एक्सचेंज ऑफ इंडिया, केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड के हैंडल का निरीक्षण किया है।

Twitter v/s Koo: कू ने एक बयान में कहा कि इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय के कितने ही महत्वपूर्ण संगठनों ने भारत के माइक्रोब्लोगिंग साइड कू पर अपना खाता खोला है। यह कदम ट्वीटर के खिलाफ व्यूहात्मक प्रतिक्रिया है। 257 ट्वीट्स और ट्वीटर एकांउट्स पर प्रतिबंध लगाने का सरकार के निर्देशों का पालन नहीं किया। उसके माध्यम से किसान नरसंहार से जुड़ी ट्वीट की गई थी।

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