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लॉकडाउन के दौरान पश्चिम रेलवे द्वारा मालगाड़ियों के 12,853 रेकों का लदान कर 3,380 करोड़ रु. का उल्लेखनीय राजस्व हासिल

        26 अगस्त, अहमदाबाद:कोरोनावायरस के कारण घोषित पूर्ण लॉकडाउन और वर्तमान परिदृश्य के दौरान परिवहन और श्रम की सबसे कठिन चुनौतियों के बावजूद, पश्चिम रेलवे ने अपनी लोडिंग गतिविधियों को लगातार जारी रखा है। यह अहम सिलसिला पश्चिम रेलवे के कर्मठ अधिकारियों और निष्ठावान कर्मचारियों के सामूहिक प्रयासों की बदौलत ही सम्भव हो पाया है।


     पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी श्री सुमित ठाकुर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार  22 मार्च, 2020 से लागू पूर्ण लॉकडाउन और वर्तमान आंशिक लॉकडाउन के दौरान कठिनतम परिस्थितियों और विकट चुनौतियों के बावजूद, पश्चिम रेलवे ने 24 अगस्त, 2020 तक मालगाड़ियों के 12853  रेक लोड करके काफी सराहनीय कार्य किया है, जिसके फलस्वरूप 3380 करोड़ रु. से अधिक का उल्लेखनीय राजस्व हासिल हुआ है। विभिन्न स्टेशनों पर श्रमशक्ति की कमी  के बावजूद पश्चिम रेलवे  द्वारा अपनी मालवाहक ट्रेनों के ज़रिये देश भर में अत्यावश्यक सामग्री का परिवहन बखूबी सुनिश्चित किया जा रहा है। इनमें पीओएल के 1370, उर्वरकों के 2356, नमक के 677, खाद्यान्नों के 122, सीमेंट के 1042, कोयले के 472, कंटेनरों के  5962 और सामान्य माल के 57 रेकों सहित कुल 26.69 मिलियन टन भार वाली विभिन्न मालगाड़ियों को उत्तर पूर्वी क्षेत्रों सहित देश के विभिन्न राज्यों में भेजा गया। इनके अलावा मिलेनियम पार्सल वैन और मिल्क टैंक वैगनों के विभिन्न रेक दवाइयों, चिकित्सा किट, जमे हुए भोजन, दूध पाउडर और तरल दूध जैसी विभिन्न आवश्यक वस्तुओं की मांग के अनुसार आपूर्ति करने के लिए उत्तरी और उत्तर पूर्वी क्षेत्रों में भेजे गये। कुल 25,363 मालगाड़ियों को अन्य ज़ोनल रेलों के साथ इंटरचेंज किया गया, जिनमें 12,679 ट्रेनें सौंपी गईं और 12,684  ट्रेनों को पश्चिम रेलवे के विभिन्न इंटरचेंज पॉइंटों पर ले जाया गया। इस अवधि के दौरान जम्बो के 1667 रेक, BOXN के 7785 रेक और BTPN के 706 रेकों सहित विभिन्न महत्वपूर्ण आवक रेकों की अनलोडिंग पश्चिम रेलवे के विभिन्न स्टेशनों पर मजदूरों की कमी के बावजूद सुनिश्चित की गई।


    श्री ठाकुर ने बताया कि 23 मार्च से 24 अगस्त, 2020 तक 1.06 लाख टन से अधिक विभिन्न अत्यावश्यक सामग्री  का परिवहन पश्चिम रेलवे द्वारा अपनी 490 पार्सल विशेष गाड़ियों के माध्यम से किया गया है, जिनमें कृषि उत्पाद, दवाइयां, मछली, दूध आदि मुख्य रूप से शामिल हैं। इस परिवहन के माध्यम से मिलने वाला राजस्व 34.63 करोड़ रुपये से अधिक रहा है। इस अवधि के दौरान 78 मिल्क स्पेशल गाड़ियों को पश्चिम रेलवे द्वारा चलाया गया, जिनमें 59 हजार टन से अधिक का भार था और वैगनों के 100 % उपयोग से लगभग 10.22 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ। इसी प्रकार,  35,700 टन से अधिक भार वाली 385 कोविड -19 विशेष पार्सल ट्रेनें भी विभिन्न आवश्यक वस्तुओं के परिवहन के लिए चलाई गईंI

जिनके द्वारा अर्जित राजस्व 18.10 करोड़ रुपये से अधिक रहा। इनके अलावा, 11,600 टन भार वाले 27 इंडेंटेड रेक भी लगभग 100% उपयोग के साथ चलाए गए, जिनसे 6.32 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व प्राप्त हुआ।  पश्चिम रेलवे ने देश के विभिन्न हिस्सों में   समयबद्ध पार्सल विशेष रेलगाड़ियों को चलाने का सिलसिला लगातार जारी रखा है, जिसके अंतर्गत 25 अगस्त, 2020 को चार पार्सल विशेष ट्रेनें पश्चिम रेलवे से रवाना हुईं। इनमें बांद्रा टर्मिनस से जम्मू तवी, देवास से चंडीगढ़, अहमदाबाद मंडल के कॉंकरिया गुड्स यार्ड से कटक और  पालनपुर से हिंद टर्मिनल के लिए चली मिल्क स्पेशल ट्रेन शामिल हैं।

प्रदीप शर्मा,जनसंपर्क अधिकारी,
पश्चिम रेलवे, अहमदाबाद

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