पश्चिम रेलवे द्वारा अपने कर्मचारियों के लिए ई-पास सुविधा की शुरुआत

डिजिटाइजेशन की ओर एक और कदम

अहमदाबाद,26 अगस्त: डिजिटल इंडिया पहल की ओर एक और कदम के तहत भारतीय रेलवे द्वारा ‘ई-पास’ सुविधा की शुरुआत की गई, जो कि मानव संसाधन प्रबंधन प्रणाली का एक मॉड्युल है। पश्चिम रेलवे पर यह सुविधा 24 अगस्‍त, 2020 से कार्यरत कर्मचारियों के लिए लागू कर दी गई है।

पश्चिम रेलवे के मुख्‍य जनसम्‍पर्क अधिकारी श्री सुमित ठाकुर द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार पश्चिम रेलवे पर लागू ‘ई-पास’ सुविधा रेल कर्मचारियों तथा उनके परिवारजनों के लिए ‘ई-पास’ सुविधा और सुविधा टिकट ऑर्डर (PTO) का कागज रहित संस्‍करण है। पश्चिम रेलवे के मुख्‍यालय तथा सभी छह मंडलों में रेलकर्मियों तथा पास जारी करने वाले कार्यालयों की मैपिंग और इस सम्‍बंध में आवश्‍यक सभी प्रविष्टियों का जमीनी कार्य पूरा कर लिया गया है। इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए रेल कर्मचारियों को मानव संसाधन प्रबंधन प्रणाली (HRMS) ऐप को डाउनलोड कर उसमें लॉगिन आई-डी तथा रेलवे द्वारा उपलब्‍ध कराये गये पासवर्ड की सहायता से लॉगिन करना होता है। इस सुविधा के अंतर्गत जारी पास को कर्मचारी डाउनलोड करने के साथ ही अब उससे अपनी सुविधानुसार  ऑनलाइन टिकट बुकिंग कर सकते हैं। अभी तक रेल कर्मचारियों को ऑनलाइन टिकट बुकिंग की सुविधा उपलब्‍ध नहीं थी।

ई-पास सुविधा से कर्मचारियों को अब न तो पास जारी कराने के लिए भौतिक रूप से सम्‍बंधित कार्यालयों में जाना होगा और ना ही टिकट बुक करने के लिए आरक्षण कार्यालयों में जाने की आवश्‍यकता होगी। प्रारम्भिक चरण में यह सुविधा कार्यरत कर्मचारियों के लिए मुख्‍यालय सहित सभी छह मंडलों उपलब्‍ध कराई गई है। इसके साथ ही 1 नवम्‍बर, 2020 से पारम्‍परिक पास नहीं जारी किये जायेंगे।

यह नई पहल डिजिटल इंडिया अभियान को और सशक्‍त बनाने के साथ ही और अधिक पारदर्शिता और कार्यकुशलता को बढ़ावा देगी। पश्चिम रेलवे डिजिटाइजेशन पहलों को लागू करने में सदैव अग्रणी रही है, जिनमें यूनिक मेडिकल आइडेंटिटी कार्ड, एचआरएमएस, ई-ऑफिस प्रणाली के साथ ही ई-निलामी, ई-टेंडर एवं ई-प्रोक्‍योरमेंट आदि शामिल हैं।