Pulwama attack: पुलवामा हमले के दो साल, जांबाजों के खून से लथपथ थी सड़क, दहल उठा था पूरा देश
Pulwama attack: गृह मंत्री अमित शाह ने 2019 में पुलवामा हमले में जान गंवाने वाले सीआरपीएफ के जवानों को श्रद्धांजलि दी। गृह मंत्री ने अपने ट्वीट में लिखा, “भारत उनके असाधारण साहस और सर्वोच्च बलिदान को कभी नहीं भूलेगा।”
रिपोर्ट : राम किशोर शर्मा
नई दिल्ली, 14 फरवरी: आज के ही दिन दोपहर करीब 3.30 बजे जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर 78 बसों में सीआरपीएफ के जवान जा रहे थे। सीआरपीएफ का यह काफिला पुलवामा (Pulwama attack) पहुँचते ही सामने से आ रही कार की टक्कर से दिल दहला देनेवाला धमाका हुआ। जिसमें 40 जवान शहीद हो गये थे। देश के इतिहास में यह काला दिन साबित हुआ। आज इस घटना की दूसरी वरसी है:
Pulwama attack: सामने से आ रही आतंकी की कार ने सीआरपीएफ जवानों के काफिले के एक वाहन में टकरा कर धमाका किया। इस घटना में ना सिर्फ जवान शहीद हुए बल्कि बस के भी परखच्चे उड़ गए। इस दुर्घटना में जवान कुछ समझ पाते इसके पहले ही आतंकियों ने गोली बरसानी शुरू कर दी। हालांकि भारतीय जवानों ने भी तुरंत पोजिशन लेकर काउन्टर फायरिंग शुरू कर दी। मुठभेड़ देख आतंकी वहाँ से फरार हो गये।
धमाका इतना जबरदस्त था कि कुछ देर तक सबकुछ धुआं-धुआं हो गया। उस दिन (Pulwama attack) पुलवामा में जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर जवानों के शव इधर-उधर बिखरे पड़े थे। देश में हाहाकार मच गया था। कई जवान घायल अवस्था में तड़प रहे थे। सेना ने उन्हें तुरंत अस्पताल पहुँचाया। इस हमले को अंजाम देनेवाला आत्मघाती हमलावर आदिल अहमद डार था। यही उस कार को चला रहा था। जिसमें विस्फोटक भरे पड़े थे। इसने खुद को इस हमले में उड़ा लिया।
पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली। हालांकि बाद में पुलिस ने इसे गिरफ्तार कर लिया। भारतीय सेना ने पुलवामा हमले के 12 दिन बाद आतंकियों पर हमला किया था।
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