इक दीप जलाया था तेरे इश्क़ का हमने ! झूठी है मुहब्बत तो दिखाने के लिए आ !!

आ शीशा ए दिल तोड़ के जाने के लिए आ !तू मुझसे ख़फ़ा है तो जमाने के लिए आ !! इल्ज़ाम मेरे सर तेरी रुसवाई का आया !दुनिया का भरम … Read More