abu temple issue

Agneshwar Mahadev: अगणेश्वर महादेव मंदिर आश्रम में अतिक्रमण ध्वस्त करने का मामला ।

Agneshwar Mahadev: वहीं मन्दिर के प्रतिनिधि मण्डल ने एसडीएम को सौपा मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन ।

  • वन विभाग ने दी सफाई , आठ नोटिस के बाद नहीं मिला जवाब । इसके बाद की कार्यवाई ।

रिपोर्ट: किशन वासवानी
माउंट आबू, 27 मई
: Agneshwar Mahadev: लगभग एक वर्ष पूर्व में देलवाड़ा के अगणेश्वर महादेव मंदिर में तत्कालीन डीएफओ के साथ हुई मंदिर के महन्त के द्वारा की गयी मारपीट के घटनाक्रम के बाद वन्य क्षेत्र में अगणेश्वर महादेव मंदिर के अतिक्रमण का मामला विवादों में आया था । बाद में राजस्थान सरकार के उच्चधिकारियों व वन मन्त्री तक इस घटनाक्रम का प्रकरण पहुँचा । ओर न्यायालय में भी यह प्रकरण चला ।

इसी घटनाक्रम से सम्बद्ध ही मामले में नया मोड़ मंगलवार को वन विभाग के द्वारा अतिक्रमण को तोड़ने की कार्यवाही किए जाने के बाद आया । मन्दिर (Agneshwar Mahadev)के आश्रम में वन विभाग के द्वारा की गयी कार्यवाही के बाद स्थानीय लोगों व कुछ साधु संत आक्रोशित होकर एसडीएम कार्यालय व वन विभाग गए । वहां पर आक्रोशित होकर के काफी देर होहल्ला भी किया । लेकिन इसका कोई दूसरा पक्ष वन विभाग का कोई अधिकारी सामने नहीं आया ।

बुधवार को जहाँ पर मंदिर के एक प्रतिनिधि मण्डल ने उपखण्ड अधिकारी से मिलकर के मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री के नाम से वन विभाग के द्वारा की गई कार्यवाही के विरूद्ध ज्ञापन सौपा । तो दोपहर में वन विभाग की ओर से डीएफओ विजय शंकर पाण्डेय ने विभागीय कार्यवाही के रूप में अपना पक्ष रखा ।

मन्दिर प्रतिनिधि मंडल द्वारा ज्ञापन दिए जाने बाद एसडीएम अभिषेक सुराणा ने बताया कि, मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री के नाम से ज्ञापन दिया गया है, जिसमे इस घटित घटनाक्रम का उल्लेख है । उच्चाधिकारियों से बात कर इस समस्या को दोनों पक्षों को बैठा कर समाधान निकालने का प्रयास किया जाएगा ।

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डीएफओ विजय शंकर पांडेय ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि, वन विभाग ने पिछले वर्ष से इस वर्ष तक कुल आठ बार मन्दिर (Agneshwar Mahadev) के प्रतिनिधियों को नोटिस देकर पूछा कि, इस स्थान के आपके पास में कोई साक्ष्य हो तो उसे विभाग व न्यायालय को अवगत कराया जाए । लेकिन जब कोई जवाब दूसरे पक्ष से नही मिला तो विभाग को एकतरफा कार्यवाही करनी पड़ी ।

इसी घटनाक्रम में डीएफओ ने बताया कि पुराना जो भी (Agneshwar Mahadev) आश्रम का भाग है , उसे नहीं तोड़ा गया है, बल्कि जो नया निर्माण था उसे ध्वस्त कर रहे थे तो मंदिर के साधुओं व कुछ लोगों ने वन विभाग के कार्मिकों पर गाली गलौज करते व पत्थर बाजी करते हुए हमला किया । जिसकी राजकार्य में बाधा की एफआईआर भी पुलिस थाना में दर्ज करवाई गई है । आगे न्यायालय में भी उसे प्रस्तुत किया जाएगा ।

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