प्रजा शक्ति पार्टी पांच वचनों का पंचामृत लेकर के प्रजा के बीच जाएगी
गुजरात
- प्रजा शक्ति पार्टी पांच वचनों का पंचामृत लेकर के प्रजा के बीच जाएगी और लोगों के मूलभूत विकास के लिए काम करेगी।
- 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले प्रजा शक्ति पार्टी आगामी उप-चुनाव, महानगर पालिका, नगर पालिका एवं जिल्ला पंचायतों का चुनाव लड़ेंगी।
गाँधीनगर,23 सितम्बर: गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केंद्रीय कैबिनेट मंत्री श्री शंकरसिंह वाघेला ‘बापू’की पार्टी ‘प्रजा शक्ति पार्टी’ गुजरात के मूलभूत विकास के लिए चुनाव में उतरेगी। पार्टी 2022 के विधानसभा चुनाव से पहेल होने जा रहे उप-चुनाव, महानगर पालिका, नगर पालिका एवं जिल्ला पंचायतों का चुनाव लड़ेंगी जिसमें वो शंकरसिंह वाघेला द्वारा दिए गए पांच वचनों को लेकर के लोगों के बीच जाएगीशंकरसिंह वाघेला ने उनके वीडियो संदेश में कहा है की वह पांच वचनों का पंचामृत लेकर के लोगों के बीच जाएंगे जिसमें उन्होंने गुजरात में भ्रष्ट शराबबंदी हटाने का, आरोग्य की सुरक्षा का, मुफ्त शिक्षा का, युवा को रोजगार का और फ्री बिजली और पानी का वादा किया है।
शंकरसिंह वाघेला ने कहा है की अगर उन्हें फिर मौका मिलेगा तो वो भ्रष्ट शराबबंदी हटाकर के सभी पक्ष ध्यान में रखते हुए साइंटिफिक अप्रोच के साथ शराब के लिए नई नीति लाएंगे और टेकस की कमाई लोगों के मूलभूत विकास के लिए खर्च करेंगे। बापू की 1996-97 के टाइम की टनाटन सरकार में इस दिशा में विचार-विमर्श किया था लेकिन कांग्रेस के साथ गठबंधन होने के नाते बात आगे नहीं बढ़ पाई थी लेकिन अगर अब उन्हें फिरसे मौका मिलेगा तो वह तुरंत इस शराबबंदी को हटाने का काम करेंगे।
शंकरसिंह वाघेला ने यह भी वचन दिया है की जैसे उनकी सरकार के समय आरोग्य और शिक्षा को बजट में प्राथमिकता दी गई थी और गांव तक आरोग्य व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने का काम किया था एवं देशमे पहलीबार गुजरात में माध्यमिक शिक्षा तक पढ़ाई मुफ्त की गई थी एवं तेजस्वी विद्यार्थियों का विदेश में पढ़ाई का खर्च सरकार ने उठाया था वैसे ही फिर से मौका मिलने पर वह गुजरात में सालाना 12लाख तक की कमाई करने वाले परिवार का सरकारी और प्राइवेट में इलाज का खर्च सरकार चुकाएगी और उनके बच्चों को पोस्ट ग्रेज्यूएशन तक की शिक्षा मुफ्त में दी जाएगी।
शंकरसिंह वाघेला की टनाटन सरकार में इंडस्ट्रीयल फोर्स, बालगुरू, रहेमराह जैसी योजना के तहत एक साल में रेकॉर्ड एक लाख लोगों को रोजगार दिया था, अगर जनता फिर से मौका देगी तो वह सरकार में खाली पदो को तुरंत भरेंगे, आऊट सोर्सिंग व्यवस्था ख़तम करेंगे और बेरोजगारी भत्था देंगे। जैसे शंकरसिंह वाघेला की टनाटन सरकार में पहलीबार स्कूलों को मुफ्त में बिजली दी गई थी एवं घर- घर तक बिजली पहोंचाने का बीड़ा उठाया गया वैसे ही फिर से मौका मिला तो वह 100 यूनिट तक बिजली फ्री देंगे और किसानों को बिजली बिल में राहत देंगे और पानी पर टेकस ख़तम करेंगे।सत्ता में रहकर शंकरसिंह वाघेला ने खुदको पुरवार किया है और फिर मौका मिलेगा तो वह गुजरात को मूलभूत विकास का वादा करते है और गुजरात को नई दिशा देने का काम करेंगे।